अन्धा युग वाक्य
उच्चारण: [ anedhaa yuga ]
उदाहरण वाक्य
- यह अन्धा युग है जो रह-रहकर लौटकर आता है.
- वैसा ही कुछ काम ‘ अन्धा युग ' भी करता है।
- अन्धा युग भी सफल तो हुआ, लेकिन उसमें भी जो उसकी वस्तु
- नैनीताल में इद्रीस भाई द्वारा प्रस्तुत “ अन्धा युग ” इसका नवीनतम उदाहरण है.
- लगता है जैसे नए युग के ' अन्धा युग ' में कोई अश्वत्थामा स्वगत प्रस्तुति कर रहा हो।
- डा 0 धर्मवीर भारती की रचना ' अन्धा युग ' का एक अंश मेरे अतीत के काफ़ी नजदीक है:
- अन्धा युग ' चाहे जिस कोटि का पद्य-नाटक हो, वह मंचित होकर सफल तो हुआ-लेकिन तब से क्यों नहीं जरूरत समझी गयी ‘
- उसके पहले ‘ सात गीत वर्ष ', ‘ अन्धा युग ', ‘ कनुप्रिया ', ‘ देशान्तर ' प्रकाशित हो चुके थे।
- इस हालत पर मुझे याद आता है, डॉ धर्मवीर भारती के प्रसिद्ध नाटक ' अन्धा युग ' जिसके स्थापना भाग मे विष्णु पुराण को उद्दॄत करते हुए लिखा है:
- “उस दिन जो अन्धा युग अवतरित हुआ जग पर / बीतता नहीं रह-रह कर दोहराता है/ हर क्षण होती है प्रभु की मृत्यु कहीं न कहीं/ हर क्षण अँधियारा गहरा होता जाता है.”
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